तेरी आँखो में शोखियाँ है ज़माने भर की
जिसे तू देख ले वो फिर भटकने का नाम ना ले
रख लिया है हमने तुझे अपनी नज़रो में क़ैद करके
अब इस दिल को बहकने का इल्ज़ाम ना दे
कौन करेगा बेअदाबी अब इस ईश्क़ में
जहाँ ख़ुद खुदा आ के इश्क़ का पेयाम दे
मोहब्बत है एक दरिया और जवानी इसकी लहरे हैं
अब कौन इनमें डूबने का नाम ना ले
दीवाना बना देता है मुझे इशक़े जनुन उसका
मोहब्बत में कोई जनुन से उभरने का नाम ना ले
जिसे तू देख ले वो फिर भटकने का नाम ना ले
रख लिया है हमने तुझे अपनी नज़रो में क़ैद करके
अब इस दिल को बहकने का इल्ज़ाम ना दे
कौन करेगा बेअदाबी अब इस ईश्क़ में
जहाँ ख़ुद खुदा आ के इश्क़ का पेयाम दे
मोहब्बत है एक दरिया और जवानी इसकी लहरे हैं
अब कौन इनमें डूबने का नाम ना ले
दीवाना बना देता है मुझे इशक़े जनुन उसका
मोहब्बत में कोई जनुन से उभरने का नाम ना ले
**********************************************
LOVE IS GOD - प्रेम ईश्वर है।
**********************************************
**********************************************
4 comments:
रंजना जी , आपने लिखा तो बहुत अच्छा है। दिल को छू गया । लेकिन तीसरे शेर में थोड़ा-सा गड़बड़ हो गया है। शायद आपको भी महसूस हो रहा होगा।
बढ़िया!!
बढ़िया!!
वोत ही चंगा लिखया है जी तुस्सी..
तेरी आँखो में शोखियाँ है ज़माने भर की
जिसे तू देख ले वो फिर भटकने का नाम ना ले
जो आंखों में डूब जायेगा वो फ़िर क्या खाक भटकेगा
बाहर ही नही आ पायेगा
तेरी आँखो में शोखियाँ है ज़माने भर की
जिसे तू देख ले वो फिर भटकने का नाम ना ले
सच कहा है जी
एक तू, तेरी शोखिय़ां और मुहब्बत भरा दिल
बस और इस जमाने में भला क्या है
मिल जाये तू जिन्दगी में जिसे उमर भर के लिये
उसको फ़िर इस जमाने से गिला क्या है
Post a Comment